काश – भाग 2

ये कहानी एक कोलैबोरेशन कांटेस्ट के तहत लिखी गयी है| इस कहानी को मेरे साथ लिखा है हमारे ग्रुप के मेम्बर नितिन कश्यप ने | ये कहानी है...भावना और फ़िरोज़ की| भावना 52 साल की एक होममेकर है जो शादी के बाद अपने पति और 3 बचो के साथ लखनऊ के अलीगंज में रहती है| … Continue reading काश – भाग 2

काश – भाग 1

ये कहानी एक कोलैबोरेशन कांटेस्ट के तहत लिखी गयी है| इस कहानी को मेरे साथ लिखा है हमारे ग्रुप के मेम्बर नितिन कश्यप ने | ये कहानी है...भावना और फ़िरोज़ की| भावना 52 साल की एक होममेकर है जो शादी के बाद अपने पति और 3 बचो के साथ लखनऊ के अलीगंज में रहती है| … Continue reading काश – भाग 1

कितना मुश्किल था?

तेरी यादो से बस एक शिकायत है मुझे,के अब ये बिन बुलाये मेरे दर पे दस्तक नहीं देती।वरना कितना मुश्किल था इनसे पीछा छुड़ाना। याद है तुझे?मेरा वो अक्सर तुझसे तेरे वक़्त के लिए लड़नामेरा रूठना, रूठ के अपने-आप मान जानातेरा कभी कुछ न कहनाऔर मेरा अच्छा-बुरा सब कह जाना। क्या याद है तुझे?तेरा हर … Continue reading कितना मुश्किल था?

Treasure Hunt on the Streets of Daryaganj Sunday Book Bazaar

I have come across many articles guiding the bibliophile about the famous “Sunday Book Bazaar” at Daryaganj. Little did we know, how and when this place was formed. Of course, there are stories around the market and Lohe ka Pull, being the only common landmark. As per an article published by Yourstory, A.L Verma, Vice-President … Continue reading Treasure Hunt on the Streets of Daryaganj Sunday Book Bazaar